"Mahaparinirvana Express" Buddhist Circuit Luxury Tourist Train
महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस एक विशेष पर्यटक ट्रेन है जो यात्रियों को भारत में बिहार एवं उत्तर प्रदेश, जहाँ बौद्ध धर्म की उत्पत्ति 2,500 साल से भी पहले हुई थी, की आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाती है।
इस ट्रेन का नाम महापरिनिर्वाण सूत्र से लिया गया है, जिसमें बुद्ध की अंतिम शिक्षाएं हैं। इसकी पवित्र यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थलों जैसे की लुम्बिनी (जहाँ बुद्ध का जन्म हुआ था), बोधगया (जहाँ वे प्रबुद्ध हो गए थे), वाराणसी (जहाँ उन्होंने पहली बार उपदेश दिया था), और कुशीनगर (जहाँ वे गुजरे और निर्वाण प्राप्त किया) की यात्राएँ शामिल हैं। सोने पे सुहागे की तरह यात्रियों को ताजमहल देखने का मौका भी मिलता है, जो संसार में प्रेम का प्रतीक है।
महापरिनिर्वाण बौद्ध सर्किट टूरिस्ट ट्रेन में हमारे मेहमानों के लिए यात्रा, आवास और भोजन का शानदार इंतज़ाम है। हालांकि यह ट्रेन शानदार और उत्तम दर्जे की है, लेकिन अन्य चार बेहद शानदार भारतीय पर्यटक ट्रेन से अलग यह ट्रेन यात्रा पहलुओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं की यात्रियों को होटल, रेस्तरां, गंतव्यों में मिलने वाली राजसी सुख सुविधाओं में कोई कमी की जाती हो।
Author’s recommendation
- स्थानीय रीती रिवाजो और परंपरा का सम्मान करें।
- सभी स्वास्थ्य नियमों का कड़ाई से पालन करें।

Track types
Safety information
- यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही यात्रा की योजना बनाये।
- अगर आप दवाएं लेते हैं तो यात्रा में पर्याप्त मात्रा में दवाएं साथ लाएं और उन्हें हमेशा संभाल कर रखें।
- महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस एक धूम्रपान रहित ट्रेन है। हालाँकि, अगर आप धूम्रपान करना चाहते हैं, तो मार्गदर्शन के लिए अपने ट्रेन कप्तान से संपर्क कर सकते हैं।
Tips and hints
इस प्रबंधित पर्यटक दौरे, भारतीय रेलवे, और 'महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस लक्ज़री ट्रेन' के बारे में से अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक्स पर जाएँ। इन लिंक्स के द्वारा बुकिंग करना भी संभव है।
Start
Destination
Turn-by-turn directions
महापरिनिर्वाण बुद्धिस्ट सर्किट ट्रेन 8-दिवसीय दौरा करवाती हैं। इनकी विस्तृत जानकारी निम्नानुसार है
- पहला दिन (1): - दोपहर में दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से गया के लिए प्रस्थान।
- दूसरा दिन (2): - बोधगया का दौरा। रात्रि को होटल में विश्राम।
- तीसरा दिन (3):- राजगीर और नालंदा भ्रमण। शाम को वाराणसी के लिए प्रस्थान।
- चौथा दिन (4): - सारनाथ भ्रमण। संध्या आरती के लिए गंगा दर्शन। शाम को गोरखपुर के लिए प्रस्थान।
- पांचवा दिन (5): - गोरखपुर में शादार नाश्ता और फिर लुंबिनी (नेपाल) के लिए बस यात्रा।
- छठा दिन (6): - कुशीनगर में महापरिनिर्वाण मंदिर, रामभर स्तूप, माता कुटीर मंदिर आदि का दर्शन।
- सातवा दिन (7): - श्रावस्ती भ्रमण। शाम को आगरा के लिए प्रस्थान।
- आठवां दिन (8): - आगरा भ्रमण, ताजमहल दर्शन। दोपहर में दिल्ली के लिए प्रस्थान।
Public transport
Public-transport-friendly
इस पूरी पात्रा को भारतीय रेल कैटरिंग एवं पर्यटम निगम द्वारा बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के सहयोग से संचालित किया जाता ह ै इसलिए परिहवन और यातायात संबंधी कोई समस्या नहीं है।
By road
- दौरा दिल्ली सफदरगंज रेलवे स्टेशन से शुरू होता तथा दिल्ली सफदरगंज रेलवे स्टेशन पर ही वापस आकर ख़त्म होता है। .
- देश और विदेश से दिल्ली आने के लिए बहुत सी बस, टैक्सी, रेलगाड़ी, तथा हवाई जहाज मौजूद हैं।
Parking
पर्यटन दौरे की पूरी कालावधि में आप ट्रेन के अंदर या संचालक द्वारा प्रबंधित वातानुकूलित बस में सफर करते हैं। और क्योंकि इस दौरे की जिम्मेदारी संचालक की है इसलिए आपको पार्किंग की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।Coordinates
Equipment
- पहचान पत्र
- करीब 10 दिन के कपड़े
- अपने निजी सौंदर्य प्रसाधन
- कैमरा
- नकद धनराशि (करीब 9000 भारतीय रुपये)
- आपकी दैनिक दिनचर्या की वस्तुएं
Localization
Weather at the route's trailhead
Statistics
- Waypoints
- Waypoints
Questions and answers
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